बच्चों ने आंखों पर पट्टी बांध पढ़ लिया अखबार
बीकानेर, 17 जून 2018। बच्चों ने आंखों पर पट्टी बांध कर अखबार पढ़ दिखाया। इतना ही नहीं, छह से 16 वर्ष आयुवर्ग के इन प्रतिभावान बच्चों ने रोबिक क्यूब के चारों ओर बिखरे रंगों को समान रंगों से संजो कर तालियां भी हासिल की। ऐसा हुआ सार्दुलगंज स्थित टीम आईबीसीए यूरेका ट्यूटोरियल्स में। यहां बीते अप्रैल से दो माह का कोर्स कर चुके करीब 14 बच्चों से मौजूद पत्रकारों ने क्रमवार बताए गए कुल 60 क्रमांकों पर अंकित वस्तुओं, जगहों के नाम रेंडम तरीके से पूछे जिनका उत्तर बच्चों ने तुरंत और सही सही दिया। इनमें बच्ची ईशा और बच्चे देव के प्रदर्शन को सभी ने सराहा। अन्य बच्चों ने भी पूछे गए सवालों के सटीक जवाब तुरत फुरत दिए। ट्यूटोरियल्स निदेशक ज्योति चारण ने आमंत्रित प्रेस प्रतिनिधियों को संस्थान में दो माह के कोर्स के तहत बच्चों की एकाग्रता एवं बौद्धिक विकास संबंधी करवाई जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्थान का लक्ष्य बच्चों से जीनियस वर्ल्ड रिकॉर्ड बनवाने का है जो अब तक 50 आब्जेक्ट का है। बीकानेर के बच्चे इससे अधिक के ऑब्जेक्ट का रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर हैं। यह तकनीक प्राचीन, भारतीय है अथवा नई और विदेशी इसकी जानकारी चाही जाने पर निदेशक ज्योति ने बताया कि उन्हें इसके बारे में जापान की एक वेबसाइट से पता चला। पत्रकारों द्वारा बच्चों की ऐसी विलक्षण प्रतिभा को निखारने के लिए अपनाई गई पद्धति के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि इसे जापान में पूरी तरह से विकसित कर बच्चों को लाभान्वित करवाया जाने लगा है। यहां, बीकानेर में उनके संस्थान में बच्चे बंद आंखों से ताश के पत्ते के बारे में बता देते हैं, नोट पर अंकित नंबर ज्ञात कर लेते हैं। एक सवाल के जवाब में ज्योति चारण ने बताया कि अप्रैल 2018 से शुरू किए गए कोर्स की प्रेरणा जीनियस वर्ल्ड रिकॉर्ड की जानकारी से मिली और इस विषय में बीकानेर के प्रतिभावान बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए उन्होंने जापान की एक संस्था से संपर्क साधा।
-✍️ Mohan Thanvi