Aawo meet... Geet vahi gaate hain...
ये रोषनी हमारे लिए है... हमारे लिए है...
ये खुषियां हमारे लिए है... हमारे लिए है...
आषाओं का सागर लहराता यहां...
मन कबूतर पंख पसारता यहां...
विष्वास की मजबूत डोर से बंधे हैं सभी...
निराषा की जगह यहां नहीं है नहीं...
ये रोषनी हमारे लिए है... हमारे लिए है...
ये खुषियां हमारे लिए है... हमारे लिए है...
मेधावी छात्रा स्कूटी वितरण कार्यक्रम के तहत 44 छात्राएं हुई लाभांवितबीकानेर, 20 जुलाई 2017 ( मोहन थानवी )। देश के भविष्य को नए आयाम देने के मार्ग पर चल रही 44 मेधावी छात्राओं के चेहरे खिले हुए थे मगर वे बातें धीर-गंभीर कर रहीं थीं। एक छात्रा ने कहा; अरे सुन तो... मैं तो स्कूटी चला कर घर नहीं जा पाऊंगी। दूसरी का सवाल था - क्यों ? उसे जवाब मिला; यार मेरे पास तो न हैलमेट है न लर्निंग लाइसेंस। चैकिंग में फंस गई तो ? स्कूटी मिलने की खुशियां मनाती इन छात्राओं की बातचीत में जहां व्यवस्था के अनुसार चलने का ज्बा था वहीं शहर में ट्रैफिक सुचारु बनाए रखने के लिए की जाने वाली चैकिंग के प्रति सम्मान भी झलक रहा था मगर इन सब पर प्रोत्साहन में स्कूटी मिलने की खुशी सबसे बड़ी थी। ऐसा नजारा हुआगुरूवार को राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में जहां समारोह में 44 मेधावी छात्राओं को स्कूटी वितरित की गई। इस मौके पर गत वर्ष स्कूटी प्राप्त करने वाली 35 छात्राओं हैलमेट दे चुके संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने इस बार स्कूटी प्राप्त करने वाली सभी 44 छात्राओं को भी यातायात नियमों की अनुपालना करने का आह्…