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कोरोना वैक्सीनेशन : दवाई भी कड़ाई भी - पीएम मोदी प्रधानमंत्री मोदी ने देश स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया एम्स में हैल्थ वर्कर को लगा पहला टीका 24x7 कॉल सेंटर-1075 भी स्थापित

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 🙏 मोहन थानवी 🙏




 
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कोरोना वैक्सीनेशन : दवाई भी कड़ाई भी - पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने देश स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया
एम्स में हैल्थ वर्कर को लगा पहला टीका
24x7 कॉल सेंटर-1075 भी स्थापित

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16 जनवरी, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ रिमोट बटन दबााकर किया। एम्स में पहला टीका हैल्थ वर्कर को लगाया गया। 
उन्होंने दवाई भी कड़ाई भी का संदेश देते कहा कि वैक्सीनेशन के बावजूद दो गज की दूरी और मास्क लगाना जरूरी है। 

 यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम है और देश के सभी हिस्सों में इस अभियान का आयोजन किया जा रहा है। लॉन्च के दौरान सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के3000 से अधिक सत्र स्थल वर्चुअल रूप से जुड़े रहे। उद्घाटन के दिन प्रत्येक सत्र स्थल पर लगभग 100 लाभार्थियों को टीका लगाने का लक्ष्य है।

पीएम मोदी ने कहा, ' इतिहास में इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है। भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है।दूसरे चरण में हमें इसको 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है। जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा।आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका। 'पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में दो टीकों के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी मिली। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन शामिल हैं। कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका ने विकसित और भारत में इसे सीरम इंस्टीट्यूट बना रहा है। वहीं कोवैक्सीन पूरी तरह से स्वदेशी है। 

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए, तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। इसलिए देशवासियों को किसी भी तरह के प्रोपेगेंडा, अफवाहें और दुष्प्रचार से बचकर रहना है।पीएम मोदी ने कहा, ' इतिहास में इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है। और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है।'

पीएम मोदी ने कहा, 'आमतौर पर एक वैक्सीन बनाने में बरसों लग जाते हैं लेकिन इतने कम समय में एक नहीं दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार हुई हैं। कई और वैक्सीन पर भी तेज़ गति से काम चल रहा है, ये भारत के सामर्थ्य, वैज्ञानिक दक्षता और टैलेंट का जीता-जागता सबूत है।'


पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में दो टीकों के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी मिली। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन शामिल हैं। कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका ने विकसित और भारत में इसे सीरम इंस्टीट्यूट बना रहा है। वहीं कोवैक्सीन पूरी तरह से स्वदेशी है। 

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए, तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। इसलिए देशवासियों को किसी भी तरह के प्रोपेगेंडा, अफवाहें और दुष्प्रचार से बचकर रहना है।


पीएम मोदी ने कहा, ' इतिहास में इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है। भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है।दूसरे चरण में हमें इसको 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है। जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा।आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका। '

 
(बीकानेर। यहां 12 बजे शुरू होगा कोविड वैक्सीनेशन । कोविड-19 टीकाकरण शहर में पांचों सेंटर पर आरंभ होगा।  चिकित्सा एवं प्रशासन के अधिकारी सुबह से ही फिर से व्यवस्थाओं का ले रहे हैं जायजा। 
 सभी सेंटरों पर विशेष सुरक्षा बंदोबश्त में वैक्सीन की डोज पहुंच चुकी है।
अपडेट - पत्रिका) 


नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना महामारी के बीच भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसका शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के दिन का पूरे देश को बेसब्री से इंतजार था। कितने महीनों से देश के हर घर में बच्चे, बूढ़े, जवान सभी की जुबान पर ये सवाल था कि कोरोना वैक्सीन कब आएगी? अब वैक्सीन आ गयी है, बहुत कम समय में आ गई है। पीएम मोदी ने कहा, 'अब से कुछ ही मिनट बाद भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। मैं सभी देशवासियों को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। भारत का टीकाकरण अभियान बहुत ही मानवीय और महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर आधारित है,जिसे सबसे ज्यादा जरूरत है, उसे सबसे पहले कोरोना का टीका लगेगा।'

पीएम मोदी ने कहा, पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा। दूसरी डोज लगने के दो हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी इम्युनिटी विकसित हो पाएगी।मेरा आपसे अनुरोध है कि पहली खुराक पाने के बाद मास्क उतारने की गलती न करें और शारीरिक दूरी बनाए रखें क्योंकि दूसरी खुराक के बाद इम्युनिटी विकसित होती है।'


इस चरण में... 

यह टीकाकरण कार्यक्रम प्राथमिकता वाले समूहों के सिद्धांत पर आधारित है और इस चरण के दौरान आईसीडीएस श्रमिकों समेत सरकारी और निजी, दोनों क्षेत्रों के स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जायेगा।

को-विन का उपयोग 

टीकाकरण कार्यक्रम में को-विन का उपयोग किया जायेगा, जो केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विकसित एक ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म है। को-विनवैक्सीन स्टॉक, भंडारण तापमान और कोविड-19 वैक्सीन के लाभार्थियों की व्यक्तिगत स्थिति की वास्तविक समय पर जानकारी प्रदान करेगा। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म, टीकाकरण सत्रों के संचालन के दौरान सभी स्तरों के कार्यक्रम प्रबंधकों की सहायता करेगा।

24x7 कॉल सेंटर-1075 भी स्थापित

कोविड-19 महामारी, टीकाकरण की शुरुआत और को-विन सॉफ़्टवेयर से संबंधित पूछ-ताछ के लिए एक समर्पित 24x7 कॉल सेंटर-1075 भी स्थापित किया गया है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सक्रिय समर्थन से कोविशील्ड और कोवैक्सीन, दोनों की पर्याप्त मात्रा पहले ही पूरे देश में सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को पहुंचा दी गई है। राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशसरकारों द्वारा जिला स्तर पर इनका वितरण किया जा चुका है। जन भागदारी के सिद्धांतों पर कार्यक्रम शुरू करने के लिए सभी तैयारियां का जा चुकी हैं।







पीआईबी
जागरण
गूगल
से साभार

 📒 CP MEDIA 





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