6/recent/ticker-posts

असुचंड महोत्सव का आगाज, झिमिलाए दीप और गूंजे सिंधी भजन

*खबरों में बीकानेर 🎤 :: असुचंड
दीपकों से जगमगाया परदेसियों की बगेची में झूलेलाल मंदिर
बीकानेर 8 अक्टूबर 2018। संत कंवरराम सिन्धी समाज ट्रस्ट एवं भारतीय सिन्धु सभा महानगर के तत्वावधान तथा समग्र सिन्धी समाज के सहयोग से तीन दिवसीय असुचंड महोत्सव का आगाज आज सोमवार  8 अक्टूबर को  परदेसियों की बगेची स्थित झूलेलाल जी का मंदिर में दीपमाला सजा कर किया गया। महिलाओं द्वारा पल्लो मछली पर सवार भगवान झूलेलाल जी मूर्ति के सम्मुख दीपकों को सजाते हुए महाआरती की गई।
मातृशक्ति मंडली की रूक्मणी वलीरमानी, भारती ग्वालानी, कमला सदारंगानी, ज्योति देवनानी, कांता हेमनानी, सुमन आहूजा ने पल्लव डाल कर अरदास करवाई। मनीष भगत, घनश्याम सदारंगानी, श्याम वाधवानी ने दीप प्रज्वलित कर पूजा अनुष्ठान का शुभारम्भ करवाया। मधु नवानी, माया सदारंगानी, वर्षा लखाणी, केवां वलीरमानी, लता हरवानी सहित मंडली ने सिन्धी लोकभजनों की प्रस्तुति दी। 
पूजन-अर्चन कार्यक्रम में लक्ष्मण किशनानी, सुरेश केशवानी सहित समाज के प्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ नागरिकों  ने बगेची में किए गए विकास कार्यों का अवलोकन कर वहां नियमित रूप से सेवाएं देने एवं श्रमदान करने वालों के कार्य से युवाओं को प्रेरणा लेने का आह्वान किया।  बड़े हॉल-मंदिर में स्थापित शिवजी, काली माता, झूलेलाल जी सहित देवी देवताओं के दर्शन किए।
ट्रस्ट के  किशन सदारंगानी, श्याम वाधवानी  ने बताया कि  महोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को लिलिपोंड पब्लिक पार्क में झूलेलाल जी की छवि व असुचंड महोत्सव 2018 के बैनर पोस्टर का विमोचन तथा सिंधी लोककलाकारों की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। जल देवता को अक्खा एवं मछलियों को दाना देने के बाद भगवान झूलेलाल जी के संदेशों पर केन्द्रित संगोष्ठी होगी। महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिवस बुधवार को मुख्य समारोह होगा जिसके तहत दोपहर बारह बजे 151 कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन कराया जाएगा। शाम को साढ़े छह बजे महाआरती तथा युवाओं द्वारा सिंधी लोकनृत्य छेज की प्रस्तुति दी जाएगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ