खबरों में बीकानेर 🎤 : "सांवर दइया आधुनिक साहित्य में अग्रिम पंक्ति के रचनाकार कहे जाते रहेंगे" - डॉ मदन सैनी

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( सांवर दइया की 70वीं जयंती पर तीन पुस्तकों का लोकार्पण) 

बीकानेर, 10 अक्टूबर 18।  राजस्थानी  साहित्यकार स्व. सांवर दइया की 70 वीं जयंती  पर तीन पुस्तकों का लोकार्पण मुख्य अतिथि डॉ. आईदान सिंह भाटी,  डॉ. संजीव कुमार,  डॉ. मदन सैनी ने किया।  ‘मुक्ति’ संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ये पुस्तकें लोकार्पित हुई - सांवर दइया का कहानी संग्रह ‘छोटा-छोटा सुख-दुख’ संपादक बुलाकी शर्मा, डॉ. संजीव कुमार की कविताओं का राजस्थानी अनुवाद ‘घिर-घिर चेतै आवूंला म्हैं’ अनुवादक डॉ. नीरज दइया तथा ‘राजस्थानी कहानी का वर्तमान’ संपादक डॉ. नीरज दइया। मौजूद लोगों ने आरंभ में सांवर दइया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।   मुख्य अतिथि  ने कहा कि   राजस्थानी कहानी में सांवर दइया ने आधुनिक युगबोध और नवीता का सूत्रपात किया उनके साहित्य में समाज और जीवन का अविस्मरणीय रूप झलका है। डॉ. मदन सैनी ने कहा कि सांवर दइया  आधुनिक साहित्य में अग्रिम पंक्ति के रचनाकार कहे जाते रहेंगे। आलोचना के क्षेत्र में जो कमी है उसे डॉ. नीरज निरंतर अपने सृजन से पूरा कर रहे हैं।  इस अवसर पर कवि डॉ. संजीव कुमार ने अपनी चयनित कविताओं का पाठ किया तथा अपनी रचना प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। राजाराम स्वर्णकार ने आगंतुकों का स्वागत किया । आभार नवनीत पाण्डे ने ज्ञापित किया । संचालन राजेंद्र जोशी ने किया।

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