मध्यकालीन साहित्य और सामाजिक समरसता पर होगी चर्चा

7 व 8 जुलाई, 2018 को श्रीडूंगरगढ में राज्य स्तरीय संगोष्ठी) 

बीकानेर/ श्रीडूंगरगढ़ 26 जून  2018 ।
राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर और राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 7 व 8 जुलाई को राज्य स्तरीय  संगोष्ठी डूंगरगढ़ में आयोजित    होगी । इस आशय की जानकारी देते हुए संस्थाध्यक्ष श्याम महर्षि ने बताया कि दो दिनों में मध्यकालीन साहित्य और सामाजिक समरसता  विषय पर विद्वतगण चर्चा करेंगे । आयोजन की विस्तार से जानकारी देते हुए संयोजक रवि पुरोहित ने बताया कि दो दिवसीय संगोष्ठी का उद्घाटन-सत्र 7 जुलाई को संस्कृति भवन में प्रख्यात कवि, चिंतक-समालोचक प्रो. नंदकिशोर आचार्य के मुख्य आतिथ्य और अकादमी अध्यक्ष डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष की अध्यक्षता में आहूत होगा । विषय प्रवर्तन प्रो. क्षीरसागर, जोधपुर करेंगे । संस्था के मंत्री बजरंग शर्मा   ने बताया कि डॉ. आशाराम भार्गव, श्रीगंगानगर, डॉ. अमृता शर्मा, आमेर, डॉ. गजादान चारण, डीडवाना, डॉ. मदन सैनी, बीकानेर, डॉ. बृजरतन जोशी एवं प्रो. भंवर भादानी, बीकानेर मध्यकाल के विभिन्न सामाजिक पहलुओं से जुड़े विषयों पर अलग-अलग सत्रों में डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा, डॉ. श्रीलाल मोहता और डॉ. भंवरसिंह सामोर की अध्यक्षता में पत्र वाचन करेंगे ।
संयोजक रवि पुरोहित ने बताया कि पत्रों पर चर्चा के लिए नटवरलाल जोशी, लक्ष्मणगढ,  शिशुपालसिंह नारसरा, फतेहपुर, डॉ. रामकुमार घोटड़, सादुलपुर, डॉ. शारदा कृष्ण,सीकर, घनश्यामनाथ कच्छावा, सुजानगढ, कुंदन माली, ममता जोशी,  चेतन औदिच्य,  गौरीकांत शर्मा, उदयपुर, सुरेन्द्र डी. सोनी, दुलाराम सारण, श्रीभगवान सैनी,  श्मया सुन्दर शर्मा, बनवारी शर्मा खामोश आर.के. लाटा, हेमंत कृष्ण मिश्रा, राजेन्द्र शर्मा मुसाफिर, चूरू, जानकीनारायण श्रीमाली,डॉ. अन्नाराम शर्मा, मालचंद तिवाड़ी, डॉ. चेतन स्वामी, डॉ. उमाकांत गुप्त, डॉ. उषाकिरण सोनी, डॉ. शालिनी मूलचंदानी, डॉ.  कृष्णलाल बिश्नोई,  प्रमोद शर्मा,  महेश जोशी, अविनाश व्यास, जाकिर अदीब,एड. सुरेश व्यास, पृथ्वीराज रतनू, मोनिका गौड़, पी.आर.लील, गिरधरदान रतनू, हिंगलाजदान रतनू, राजेन्द स्वर्णकार, मोहन थानवी, नदीम अहमद नदीम, मुइनूद्दीन कोहरी नाचीज, मौहम्मद फारूक, मेघना शर्मा, रेणुका व्यास, कासिम बीकानेरी, कमल किशोर पिपलवा, कालू, राज बिजारणिया, रामजीलाल घोड़ेला, लूणकरणसर एवं रेखानंद बरोड़, छगनलाल सेवदा, सरदारशहर सहित प्रदेश के 100 से अधिक षिक्षाविद, साहित्यकार, समालोचक और इतिहासविद भाग ले रहे हैं । प्रथम दिवस रात्री में कवि गोष्ठी का आयोजन भी होगा ।


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