बीकानेर में 40 करोड़ लीटर अतिरिक्त वर्षा जल भंडारण की क्षमता विकसित होगी

लूनकरनसर के सहजरासर में होगा  52.64 करोड़  के 4;421 जल स्वावलम्बन  कार्यों का आगाज

मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान का तीसरा चरण 9 दिसम्बर से

बीकानेर में 40 करोड़ लीटर अतिरिक्त वर्षा जल भंडारण की क्षमता विकसित होगी

बीकानेर, 7 दिसम्बर 2017। लगभग 40 करोड़ लीटर अतिरिक्त वर्षा जल भंडारण की क्षमता विकसित करने के उद्दश्य और लक्ष्य के साथ  मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान का तृतीय चरण शनिवार को लूनकरनसर के सहजरासर में जिला स्तरीय समारोह के साथ प्रारम्भ होगा। इस   चरण में 15 ग्राम पंचायतों के 25 गांवों में जल संरक्षण से जुड़े 31 कार्य प्रारंभ होंगे।  इनमें 4270 टांका एवं रूफ टाॅप वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर, 17 तालाबों एवं जोहड़ के नवीनीकरण अथवा निर्माण, 55 डिग्गी अथवा जलहौज का निर्माण, वनीकरण एवं वृक्षकुंज के 28 तथा 51 अन्य कार्य प्रस्तावित हैं। समारोह में जल संसाधन मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री डाॅ. रामप्रताप, संसदीय सचिव डाॅ. विश्वनाथ मेघवाल, लूनकरनसर विधायक मानिक चंद सुराणा, प्रमुख शासन सचिव तथा जिला प्रभारी सचिव श्रीमती नीलकमल दरबारी आदि जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहेंगे। यह जानकारी देते हुए जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि तृतीय चरण की शुरुआत ‘पक्का जोहड़ जीर्णोद्धार एवं सुदृढ़ीकरण’ के साथ होगी।

तीसरे चरण में जिले में अब तक 52.64 करोड़ रुपये की लागत के 4;421 कार्य चिह्नित किए गए हैं। इनकी डीपीआर लगभग तैयार कर ली गई है तथा इन कार्यों को जून 2018 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।  
प्रेसवार्ता में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत सिंह राजावत, अधीक्षण अभियंता (जलग्रहण)  भागीरथ विश्नोई मौजूद रहे। 

विभिन्न वर्गों का मिला सहयोग

जिला कलक्टर ने बताया कि अभियान में सामाजिक-धार्मिक संगठनों, स्वयंसेवी तथा वाणिज्यिक संस्थाओं, कम्पनियों, सरकारी विभागों, सेना तथा अर्द्धसैनिक बलों, पुलिस तथा जनसामान्य को भी सक्रिय रूप से जोड़ा गया है। जिले में प्रथम चरण में लगभग 69.36 लाख तथा द्वितीय चरण में 116.70 लाख रू. का नकद एवं कार्य संपादन के रूप मंे सहयोग प्राप्त हुआ। इनमें नेयवेली लिग्नाइट काॅर्पोरेशन द्वारा दोनों चरणों में 107.50 लाख रू. के कार्य स्वयं के संसाधनों द्वारा संपादित किए गए। इनके अलावा नरसी कुलरिया ने 21.00 लाख तथा बीकाजी फूड काॅर्पोरेशन ने 6 लाख रुपये का नकद योगदान दिया। 
- मोहन थानवी

 

टिप्पणियाँ