देश के भविष्य को नए आयाम देने के मार्ग पर चल रही मेधावी छात्राओं को स्कूटी मिली; हैलमेट मिलेगा

मेधावी छात्रा स्कूटी वितरण कार्यक्रम के तहत 44 छात्राएं हुई लाभांवित

बीकानेर, 20 जुलाई 2017 ( मोहन थानवी )।  देश के भविष्य को नए आयाम देने के मार्ग पर चल रही 44 मेधावी छात्राओं के चेहरे खिले हुए थे मगर वे बातें धीर-गंभीर कर रहीं थीं। एक छात्रा ने कहा; अरे सुन तो... मैं तो स्कूटी चला कर घर नहीं जा पाऊंगी। दूसरी का सवाल था - क्यों ? उसे जवाब मिला; यार मेरे पास तो  न हैलमेट है न लर्निंग लाइसेंस। चैकिंग में फंस गई तो ? स्कूटी मिलने की खुशियां मनाती इन छात्राओं की बातचीत में जहां व्यवस्था के अनुसार चलने का ज्बा था वहीं शहर में ट्रैफिक सुचारु बनाए रखने के लिए की जाने वाली चैकिंग के प्रति सम्मान भी झलक रहा था मगर इन सब पर  प्रोत्साहन में स्कूटी मिलने की खुशी सबसे बड़ी थी। ऐसा नजारा हुआ

गुरूवार को राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में जहां समारोह में 44 मेधावी छात्राओं को स्कूटी वितरित की गई। इस मौके पर गत वर्ष स्कूटी प्राप्त करने वाली 35 छात्राओं हैलमेट दे चुके संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने इस बार स्कूटी प्राप्त करने वाली सभी 44 छात्राओं को भी यातायात नियमों की अनुपालना करने का आह्वान करते हुए अपनी ओर से हैलमेट उपलब्ध करवाने की घोषणा की। डॉ. मेघवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश में बालिका शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित हुए हैं। बालिकाएं भी पूर्ण मनोयोग के साथ शिक्षा ग्रहण करते हुए देश और दुनिया में मिसाल कायम करें। संसदीय सचिव ने महाविद्यालय में सभी आधारभूत सुविधाओं के विकास एवं हॉस्टल की समस्या के समाधान के लिए हरसंभव प्रयास का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री से वार्ता करेंगे।

सहायक निदेशक (कॉलेज शिक्षा) डॉ. दिग्विजय सिंह ने कहा कि 9 से बारहवीं तक राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिका, जो बारहवीं में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करती है तथा अभिभावकों की वार्षिक आय 2.5 लाख से कम है, इस योजना की पात्र है। महारानी सुदर्शन महाविद्यालय के प्रचार्य डॉ. उमाकांत गुप्त ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा स्कूटी वितरण कार्यक्रम के बारे में बताया। स्कूटी वितरण कार्यक्रम प्रभारी ऋषभ जैन ने बताया कि इस वर्ष राजकीय महारानी सुदर्शन महाविद्यालय की 24, राजकीय डूंगर महाविद्यालय की 14, नोखा महाविद्यालय की पांच और लूनकरणसर महाविद्यालय की एक सहित कुल 44 छात्राओं को स्कूटी दी गई है। राजकीय डूंगर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. बेला भनोत ने भी विचार रखे। उपाचार्य डॉ. पुष्पा चौहान ने आभार जताया।

- मोहन थानवी

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