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पायलट ने कहा, महलों की सरकार, झोंपड़ी अंधेरे में


पायलट ने कहा, महलों की सरकार, झोंपड़ी अंधेरे में




बीकानेर ( मोहन थानवी )। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यसमिति की बैठक बीकानेर में आयोजित हुई जिसमें प्रदेश प्रभारी गुरुदास कामत, अध्यक्ष सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर लाल डूडी सहित कांग्रेस नेताओं ने हवा को कांग्रेस के पक्ष में माना। साथ ही विधानसभा चुनाव मिशन 2018 के मद्देनजर कार्यकर्ताओं को जनता के बीच रहते हुए एकजुट होकर चुनावी तैयारियों को अंजाम देने का आह्वान किया गया। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि जनता परेशान है, बीजेपी की जमीन खिसकी है। इन मुद्दों को लेकर बाद में हुए खुले सत्र में पदाधिकारी-नेताओं से मिले सुझावों के 10 सूत्रीय प्रस्ताव को पारित किया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने बीजेपी सरकार पर 37 प्रतिशत तक मूल्य वृद्धि के लिए पूरी तरह जिम्मेदार बताया है। उन्होंने बिगड़ती कानून व्यवस्था, किसानों की बदहाली, 18 हजार स्कूलों के बंद करने से वहां कार्यरत बड़ी संख्या में युवाओं के बेरोजगार हो जाने के प्रति जिम्मेवार बताते हुए शिक्षा क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गरीब किसान पर्याप्त बिजली को तरसता है मगर सरकार महलों के प्रकरणों में मशगूल है। पायलट ने शुक्रवार को यहां पार्क पैराडाइज में प्र्रेस कान्फ्रेन्स के दौरान सरकार को हर क्षेत्र में विफल बताते हुए कहा कि तीन साल में मंत्रिमंडल का फेरबदल तक यह सरकार पूरा नहीं कर सकी। दलित वर्ग का कोई प्रतिनिधि कैबिनेट स्तर पर नहीं है। पश्चिमी राजस्थान का किसान के लिए चार समूह में नहरी पानी का मुद्दा भी उन्होंने रेखांकित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सोची समझी रणनीति के तहत दलितों को दबाया जा रहा है। बीजेपी सरकार राम मंदिर जैसे मुद्दों को चलाए रखना चाहती है। बीजेपी सरकार अपराध नियंत्रण में नाकामयाब रही है। प्रेस कान्फ्रेन्स को नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर लाल डूडी ने संबोधित करते हुए कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान के लिए विधानसभा में आवाज उठाई जाएगी।
बैठक एवं प्रेस कान्फ्रेन्स के दौरान कांग्रेस के तमाम पदाधिकारी, दिग्गज नेता मौजूद रहे।


गांधी टोपी का आकर्षण, नेता-कार्यकर्ता बराबर


बीकानेर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक के दौरान गांधी टोपी के कारण एकबारगी नेता-कार्यकर्ता एक धागे में पिरोई माला के समान नजर आए। हुआ यूं कि गांधी टोपी धारण किए हुए सचिन पायलट बैठक कक्ष में जाने को हुए तो वहां सेवा में जुटे एक कार्यकर्ता ने बांह से पकड़ कर उन्हें एक ओर कर दिया। सेवा में लगा कार्यकर्ता का कहना था कि वह गांधी टोपी में प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को पहचान न सका। इस अवसर पर पायलट के साथ प्रदेश प्रभारी गुरुदास कामत, सह प्रभारी इरशाद बेग, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा चंद्रभान आदि वरिष्ठ नेता भी बैठक में भाग लेने कक्ष में जा रहे थे। लेकिन पायलट स्वयं शांत-सहज रहे व उन्होंने इस क्रिया को सहज बताया तथा संबंधित कार्यकर्ता को भी इस बाबत कुछ नहीं कहा। - मोहन थानवी

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